राज्य के गरीब राशन कार्डधारी, वृद्ध, विधवा, दिव्यांग पेंशनधारी, छात्र-छात्राएं व किसान हुए लाभान्वित
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान केन्द्र द्वारा दी गई 11,784 करोड़ की सहायता के अलावा राज्य सरकार ने 4 करोड़ 23 लाख लोगों को 6,794 करोड़ की सहायता दी है जिनमें 1 करोड़ 54 लाख राशन कार्ड धारी, 84.76 लाख वृद्ध, विधवा व दिव्यांग पेंशनधारी, बिहार के बाहर फंसे 20.33 लाख प्रवासी, 2 करोड़ 47 लाख छात्र-छात्राएं व ओलावृष्टि तथा असमय वर्षा से प्रभावित व फसल सहायता योजना अन्तर्गत लाभान्वित पौने चौदह लाख किसान शामिल हैं।
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मोदी ने कहा कि राज्य के 1 करोड़ 36 लाख राशन कार्डधारियों को मुफ्त अनाज के अलावा उनके खाते में एक-एक हजार रुपये की दर से 1,135 करोड़ रु. तथा इसके अतिरिक्त जीविका द्वारा राशन कार्ड के लिए सर्वेक्षित 18 लाख 05 हजार लोगों के खाते में भी 1-1 की दर से 185 करोड़ रु. भेजा गया है। इसी प्रकार राज्य के 84.76 लाख वृद्ध, विधवा व दिव्यांग पेंशनधारियों के खाते में मार्च से मई तक की अग्रिम पेंशन राशि के तौर पर प्रति खाताधारी 1200 रु. की दर से 1,017 करोड़ रु. दिया गया है।
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बिहार के बाहर फंसे 20 लाख 33 हजार प्रवासियों के खाते में 1-1 हजार की दर से 203.34 करोड़ देकर उनकी मदद की गई। प्रत्येक ग्रामीण परिवारों को 4 मास्क व एक साबुन के लिए पंचायतों को 160 करोड़ रु.का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही कक्षा 1-8 तक के 1 करोड़ 8 लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृति एवं अन्य योजनाओं के लाभ के तहत 3,102 करोड़ व मध्याह्न भोजन योजना अन्तर्गत 1 करोड़ 39 लाख छात्र-छात्राओं को 378 करोड़ रु.सीधे उनके खाते में भेजा गया है। वहीं राज्य सरकार की ओर से ओलावृष्टि व असमय वर्षा से प्रभावित 10 लाख किसानों को कृषि इनपुट अनुदान के तौर पर 343.84 करोड़ तथा फसल सहायता योजना के तहत 3.75 लाख किसानों को 270 करोड़ रु. उनके खाते में दिया गया है।