कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते इस वक्त देश शारीरिक और मानसिक दोनों स्तर पर चुनौतियों का सामना कर रहा है। फिलहाल इन दोनों ही चुनौतियों से लड़ने के लिए योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसीलिए कोरोना योद्धा बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय और आइएएस अधिकारी डॉ रश्मि सिंह और योग गुरु मानसी गुलाटी को ऑनलाइन माध्यम से जोड़कर “योग ऊर्जा” नाम से एक योगा सेशन आयोजित किया गया। इसे टीवी एंकर व रेडियो जॉकी गुरमीत धिमान ने सुनो एफबी कैंपेनिंग की ओर से होस्ट किया। इस सेशन में योग गुरु मानसी गुलाटी ने कोरोना वायरस महामारी के समय में किस तरह से मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखें, इसकी जानकारी दी। मानसी गुलाटी ने योगा सेशन के जरिए प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से सभी कोरोना योद्धाओं के साहस को सल्यूट किया और भविष्य में सुरक्षित रहने के लिए योग के बारे में बताया। योग गुरु ने इस सेशन में योग अभ्यास और अनुशासन के जरिए स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त रहने के सूत्रों का उल्लेख किया।
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बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा की इस कोरोना संकट में हम सबकी लड़ाई खुद से है और इसलिए हमे इस लड़ाई में खुद को शारीरिक और मानसिक तौर पर तैयार करना है और इस चुनौती से लड़ने के लिए योग की भूमिका अहम है। वहीं मानसी कहती हैं, “इस समय सभी के लिए योग अभ्यास जरूरी हो गया है। मौजूदा हालात में खासतौर पर सरकार की ओर से जारी किए गए दिशानिर्देशों का पूरी दृढ़ता के साथ पालन करना चाहिए।”
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कौन हैं मानसी गुलाटी?
मानसी गुलाटी अब योग के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति बटोर रही हैं। वह बताती हैं कि उन्होंने भारत करीब सभी राज्यों में राज्यपालों के साथ योग को लेकर काम किया है। साथ ही उपराष्ट्रपति, सीबीआई, नेवी, एयरपोर्ट, दूतावासों, स्कूलों, विश्वविद्यालयों, जेलों में भी योगा सेशन के लिए बुलाई जाती रही हैं। इसके अलावा मानसी किताबों के लेखन में लगातार जुटी रहती हैं। उन्होंने बताया कि उनकी 17वीं और 18वीं किताब का विमोचन, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक और भारत के उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू ने किया था। भारत में पहली दफा फेस योगा (चेहरे से किया जाने वाला योग) की शुरुआत की। उनके अनुसार फेस योगा के जरिए दिगाम और पूरे शरीर को नियंत्रण में कर पाना संभव है। इसका ताल्लुक सीधे तौर पर हमारे दिमाग से होता है।