बिहार डेस्कः बिहार में मंत्रियों की मुसीबतें कम नहीं हो रही है। बालिका गृह प्रकरण में मंजू वर्मा के इस्तीफे के बाद कुछ और मंत्रियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है वहीं दूसरी ओर बिहार के एक और मंत्री अपने एक बयान की वजह से विवाद में आ गये हैं। यह मंत्री हैं बिहार सरकार के गन्ना उद्योग मंत्री खुर्शीद आलम। दरअसल मंत्री जी को यह जानकारी नहीं थी कि बिहार में पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं होता। वे लोगों से पंचायत चुनाव में तीर निशान देखकर वोट डालने की अपील कर रहे थे। यह पूरा वाक्या बेतिया के पुरूषोत्तमपुर का है। जहां गरीब लोगों के बीच सरकारी राशन का वितरण चल रहा था। लोगों के बीच चावल बांटा जा रहा था। मंत्री जी बोल गये कि जिलाध्यक्ष, सरपंच, पंचायत समिति हमारा निशान है तीर छाप। अब मंत्री जी को कौन समझाए कि बिहार में पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं होते। वैसे में अगर मतदाता उनकी बात मान लें तो पंचायत चुनाव में जदयू का तीर निशान और उसके प्रत्याशी ढूंढते रह जाएंगे।