बिहार डेस्क-पटना
प्रखंड क्षेत्र में अवस्थित मिथिलांचल का प्रसिद्ध झमटिया धाम गंगा घाट पर सावन के अंतिम सोमवारी के पूर्व संध्या पर कांवरियों का भारी भीड़ उमड़ा। कांवरियों का भीड़ ऐसा था कि प्रतीत हो रहा था कि हम बछवाड़ा में नहीं बल्कि सुल्तानगंज में हों। पूरा क्षेत्र ॐ नमः शिवाय, हर-हर महादेव और बोलबम के उद्घोष से गुंजायमान था। रविवार को सुबह से झमटिया धाम गंगा घाट पर कांवरियों का जत्था पहुँचने लगा था। रविवार की सुबह से ही बछवाड़ा की सडकें कांवरियों से पटा रहा और चहुओर बोलबम के उद्घोष करते कांवरिया ही नजर आ रहे थे। शाम होते होते बछवाड़ा की सडकों एवं झमटिया धाम गंगा घाट पर कांवरियों की बाढ़ सी आ गई थी और रविवार की सुबह से लेकर पूरी रात तक में लाखों कांवरियों ने झमटिया धाम गंगा घाट पर स्नान कर जल लेकर पूजापाठ करते हुए विद्यापति धाम, गरीबनाथ, हरिगिरीधाम समेत विभिन्न शिवालयों में भगवान शिव पर जलार्पण करने के लिए गये। वहीं दूसरी तरफ कांवरियों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी अपने स्तर पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम कर रखा था। भीड़ पर नजर रखने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे और पुलिस कंट्रोल रूम बनाये गये थे। कांवरियों कि सुरक्षा के लिए तेघड़ा डीएसपी आशीष आनंद और इंस्पेक्टर शरत कुमार के अगुवाई में बछवाड़ा थाना के साथ-साथ मंसूरचक, तेघड़ा, भगवानपुर, बरौनी और फुलवरिया थाना की पुलिस समेत सैकड़ों की संख्या में बेगूसराय से पुलिस बल मंगवाए गए थे। वहीं स्थानीय ग्राम रक्षा दल के सदस्य एवं स्थानीय समाजसेवी एवं कई अलग-अलग संस्थाओं के कार्यकर्ता भी कांवरियों के सेवा और सुरक्षा के लिए तत्पर थे। कांवरियों की भीड़ के कारण दलसिंहसराय से लेकर बछवाड़ा प्रखंड के रानी-तीन पंचायत तक एनएच-28 पर वाहनों पर आवागमन भी प्रभावित रहा और रफ्तार एकदम से धीमी रही। वहीं बछवाड़ा झमटिया धाम से लेकर विभिन्न शिवालयों को जाने वाले हरेक सडकों पर कांवरियों को विभिन्न सुविधा मुहैया करवाने के लिए स्थानीय लोगों ने पंडाल भी बनाये थे जहाँ कांवरियों को मुफ्त पानी, दवा, जूस, फल एवं अन्य किसी भी प्रकार के वांछित मदद कर रहे थे। वहीं कांवरियों के मनोरंजन के लिए झमटिया धाम समेत प्रखंड क्षेत्र में कई अलग-अलग जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित की गई थी।