बिहार ब्रेकिंग-कुणाल कुमार-सुपौल
अनुदान नहीं वेतनमान चाहिये इसी मांग को लेकर जिले के सभी डिग्री, इंटर और माध्यमिक के तमाम वित्तरहित कर्मियों ने समाहरणालय के सामने धरना और प्रदर्शन किया तथा अपनी मांगो का ज्ञापन डीएम को सौंपा। धरना में शामिल वित्त रहित कर्मियों का कहना था कि सरकार की 70 फीसदी कार्य वित्तरहित कर्मियों से कराई जा रही है लेकिन जब वेतन की बात आती है तो सरकार मुंह मोड़ लेती है।
धरना में शामिल वक्ताओं ने कहा की जो 38 वर्षो से वित्तरहित कर्मियों का शोषण किया जा रहा है अनुदान दिया भी जाता है उसे कॉलेज के प्राचार्य और प्रबंधन मनमाने तरीके से वितरित करते हैं जो वित्तरहित कर्मी के लिए परेशानी का सबब बन गया है। उन्होंने कहा की समुचित वेतन नहीं मिलने के कारण वित्तरहित कर्मी समुचित रूप से अपने परिजनों का भरण पोषण और बच्चों की शिक्षा दीक्षा नहीं कर पाते हैं लिहाजा एकत्र होकर जिले के तमाम वित्तरहित कर्मियों ने सरकार के नाम का ज्ञापन डीएम को सौंप कर अनुदान नहीं वेतन मान की मांग की है।