बिहार डेस्क-दिव्यांशु सिंह (मोतिहारी)
मोतिहारी /बिहार सरकार द्वारा बिहार को नशामुक्त प्रदेश बनाने के लिए कई तरह के योजनाओ द्वारा आम जनता को जागरूक किया जा रहा है। जिसको पुलिस प्रशासन व उत्पाद विभाग द्वारा लागातार शराब के विरुद्ध अभियान चलाते हुए बिहार राज्य में पूर्ण शराब बन्दी किया गया। कई जगह पर लोग कहते है कि पुलिस द्वारा शराब बेचने में साथ दिया जााता है। तो मैं यह नही कहता कि यह नही हो सकता। लेकिन अगर आप के द्वारा पूर्ण साक्ष्य के साथ अगर आप सबूत दे तो कितना भी बड़ा पुलिस अधिकारी या पदाधिकारी हो उसे सलाखों के पीछे भेजते हुए उसे उसके पद से बर्खास्त कर दिया गया है। उक्त बाते सरकार के द्वारा चलाये जा रहे पूर्ण शराब बन्दी को लेकर जागरूक कार्यक्रम में पूर्वी चंपारण जिला के मोतिहारी के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता करते बिहार प्रदेश के डीआईजी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा। उन्होंने आगे कहा कि ख़ास कर किसी भी व्यक्ति की पहचान उसकी व्यक्तित्व से होता है। जिसमे उसके घर का महौल, आस-पास का महौल, समाज का महौल आदि के साथ ही किसी भी व्यक्ति के व्यवहार में पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मैं यह नही कहता कि कोई व्यक्ति खराब होता है लेकिन अफीम, गांजा, शराब आदि का सेवन करने वालो पर जब नशा अपना असर करता है तो वे आदमी खराब हो जाता है। नशे में वह कई गलतिया कर बैठता है। आज कल ख़ास कर के 15 वर्ष, 20 वर्ष 25 वर्ष अदि उम्र में युवक रुमाल में लोसन सूंघ कर नशा कर रहे जो उनके साथ राज्य के भविष्य भी खराब हो रहे है। आइये हम सब संकल्प ले अपने जिले सहित बिहार को नशामुक्त बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे। यही वह चंपारण की धरती है जो अंग्रेजो के खिलाफ कई आंदोलन चंपारण के क्रन्तिकारी वीर भी शामिल रहे और उन वीरो के नाम सुन कर अंग्रेजो के रोंगटे खड़े हो जाते थे। अगर एक बार आम जनता जागरूक हो गए तो भ्रष्टाचार, अत्याचार आदि सहित नशा को भी जड़ से मिटा सकते है। बिहार डीजी गुप्तेश्वर पाण्डेय के आगमन पर परिसदन में गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया एवं जाते समय भी गार्ड ऑफ़ ऑनर के साथ विदाई किया गया। वहीं मौके पर जिला पुलिस कप्तान उपेन्द्र शर्मा नगर थानाध्यक्ष आनन्द कुमार सहित दर्जनों पुलिसकर्मि उपस्थित रहे।