बिहार डेस्कः केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि यह केंद्र सरकार का रेल मंत्रालय बिहार में अपेक्षा से अधिक विकास का काम त्वरित गति से कर रहा है। नई लाइन बिछाने, विद्युतीकरण और पूंजीगत निवेश में रेल मंत्रालय ने आश्चर्यजनक काम किए हैं जिसकी बदौलत बिहार में तेजी से विकास हो रहा है। आज पटना में दानापुर रेल मंडल के डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर, सीजेएम, जीएम, चीफ इंजीनियर और इरकॉन के उच्च पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता में चौबे ने कहा कि बिहार में रेलवे ने वर्ष 2014 से 19 के बीच कुल 2983 करोड रुपए का पूंजीगत निवेश किया जबकि 2009 से 14 के बीच यह 1135 करोड़ रुपये का था। इस दौरान इसमे 163 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वर्ष 2014 से 18 के बीच कुल 151 किलोमीटर नई लाइन बिछाई गई है जबकि 40234 करोड रुपए का प्रावधान कर 540 किलोमीटर नई सड़क रेल लाइन बिछाने का प्रस्ताव नए सर्वे के बाद हुआ है।इसी तरह 2004 से लेकर 14 तक बिहार में विद्युत विद्युतीकरण 140 किलोमीटर रेल लाइन का हुआ जबकि 2014 से 18 के बीच 478 किलोमीटर रेल लाइन का विद्युतीकरण का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ और अभी वर्तमान में 1114 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण का काम प्रगति पर है।इसके साथ ही आरा- सासाराम रेल विद्युतीकरण के लिए 111 किलोमीटर की लाइन के लिए ₹100 की स्वीकृति मिली जिसका शिलान्यास कल रेल मंत्री ने आरा में किया जिससे पूरे शाहाबाद सहित बक्सर के यात्रियों को बहुत सुविधा होगी। यात्री सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश के अंतर्गत डुमराव को आदर्श स्टेशन बनाने की बात है। बक्सर को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। पूरे राज्य में 28 उपरिगामी पुल थ्व्ठ बनाया जाना है जिसमें बक्सर में ईटाढी गुमटी,चौसा,डुमराव और रघुनाथपुर में टूरीगंज में बनाया जाना है। रेल मंत्रालय और इरकॉन के अधिकारी कल बक्सर जा रहे हैं जिससे आरओबी जल्द से जल्द बनाने के बारे में विचार होना है. पटना और इसके आसपास आने जाने के लिए ईएमयू-डीएमयू ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। इसके अंतर्गत बनारस-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस की शुरुआत हुई है। नई डीएमयू ट्रेन चलाया जा रहा है। निकट भविष्य में चारों तरफ के अगल-बगल इलाकों में आवागमन की सुविधा के लिए लोकल ट्रेन बढ़ाने और उन गाड़ियों के मेंटेनेंस के लिए पटना में 100 करोड रुपए का प्रस्ताव डिपो बनाने के लिए स्वीकार कर लिया गया है जहां गाड़ियों का रखरखाव और मरम्मत का काम हो सके।सभी काम कार्यान्वित हो जाने के बाद पटना और आस पास में महानगरों जैसी रेल व्यवस्था हो जाएगी।बिहार राज्य स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संघ के महासचिव आनंदवर्धन श्रीवास्तव भाजपा नेता मनीष तिवारी शंभू पांडे और वेद प्रकाश के नेतृत्व में संघ के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे स्वतंत्रता सेनानियों के प्रथम पीढ़ी के उत्तराधिकारियों के लिए केंद्र सरकार की नौकरियों में 5 प्रतिशत आरक्षण, सम्मान पेंशन ,चिकित्सा सुविधा और रेल यात्रा में पास देने की सुविधा देने की मांग की। चौबे ने उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।श्रीवास्तव ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के सिर्फ पत्नियों को यह सुविधा मिलती थी।आज जरूरत है कि कम से कम उनके प्रथम पीढ़ी के पोते,पोतियों, नाती और नतिनियों को भी यह सुविधाएं मिले।