सीवान: सीएम नीतीश कुमार रविवार को मैरवा में आयोजित चुनावी जनसभा में शामिल हुए। जहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए एनडीए उम्मीदवार कविता सिंह के पक्ष में चुनावी प्रचार किया। उन्होंने कहा कि हमारा काम है सेवा करना लेकिन बाकि को सेवा से कोई मतलब नहीं है मतलब है, सत्ता से और जो अंदर है वो कहते है फंसा दिया। दोषी है तो सजा मिलेगी ही ना। कोर्ट ने सजा दिया और कहते फंसाया गया है।
महिला के उत्थान के लिए काम किया
सीएम ने कहा कि 15 साल तक बिहार में पति-पत्नी का राज था तब किसी को आरक्षण नहीं मिला। जब हमारी सरकार आई तो हमने कानून बनाया। जिसके तहत महिलाओं को 50 फीसदी और अनुसूचित जाति को 16 फीसदी आरक्षण दिया गया। पहले अनुसूचित जाति की क्या स्थिति थी और आज आरक्षण के बाद इनका मान सम्मान समाज में बढ़ा है, महिलाओं का मान सम्मान बढ़ा। अब एक लाख से भी ज्यादा महिलाएं जनप्रतिनीधि के रूप में काम कर रहीं हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जीविका समूह बनाया गया जिसमें एक करोड़ महिलाएं जुड़ी, इससे महिलाओं में आत्मविश्वास और चेतना आई है। हमारा लक्ष्य है इस समूह से 10 करोड़ महिलाओं को जोड़ना।
लड़कियों के लिए योजनाओं की शुरूआत की
उन्होंने कहा कि पहले लड़कियां स्कूल नहीं जाती थी, इसलिए हमने पोशाक योजना की शुरुआत की फिर 2008 में साइकिल योजना की शुरुआत की जिससे लड़कियां उत्साहित होकर स्कूल जाने लगीं। पहले स्कूलों में 1 लाख 70 हजार से भी कम लड़कियां थी आज 9 लाख हो गई हैं। हमारी सरकार आने से पहले साढ़े 12 फीसदी बच्चे ऐसे थे जो स्कूल से बाहर रहते थे। जब हमने पता किया ये बच्चे कौन हैं तो पता चला कि ये अल्पसंख्यक और महादलितों के बच्चे हैं। अब हमारी सरकार में यह संख्या एक फीसदी रह गई है। पहले लोग बेटी नहीं चाहते थे। तो हमने परिवार में बेटी होने पर 2000 रुपए की राशि देने की योजना चलाई और बेटी का आधार बनने के बाद 1000 रुपए बढ़ाकर देने का नियम बनाया। इतना ही नहीं जब बेटी इंटर पास करती है तो उसे 10,000 रुपए और ग्रेजुएशन पास करती है तो 25,000 रुपए देने का प्रावधान बनाया।
गरीबों के बच्चे पढ़ नहीं पाते थे
सीएम ने कहा कि गरीब के बच्चे पैसे की कमी होने के कारण पढ़ नहीं पाते थें। बच्चें उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते थे लेकिन पैसे की समस्या से पढ़ नहीं पाते हैं, तो हमने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की। जिसके बाद अब गरीब के बच्चे भी उच्च शिक्षा की पढ़ाई कर रहे हैँ। शिक्षा के लिए हमने हर ग्राम पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय भी बनवाया। कौन सा काम है जो हम नहीं कर रहे है।
बिहार के विकास में केंद्र का सहयोग
उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार ने बड़ा योगदान दिया है। केंद्र ने बिहार में सड़कों और पुल निर्माण के लिए 50 हजार करोड़ की स्वीकृति दी जिसमें बिहार के सड़कों का चौड़ीकरण हुआ और टूटे सड़कों को मरम्मत कर नई सड़कें भी बनाई गई। स्टेट हाइवे को नेशनल में बदला गया। केंद्र की सरकार बिहार के लिए काम कर रही है। बिहार के किसी भी हिस्से से पटना आने के लिए हमने 5 घंटे का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए बिहार में सड़कों के निर्माण के साथ चौड़ीकरण हुआ।
कई योजनाओं को लागू किया गया
सीएम ने कहा कि गरीब लोग जब बीमार होते थे तब पैसे के अभाव में अपना और अपने परिवार का इलाज नहीं करा पाते थे और कराते भी थे तो उनको कर्ज लेना पड़ता था। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत गरबों को साल में 5 लाख रुपए इलाज के लिए दिए जा रहे है। गरीबों को कर्ज लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा सभी कहते है कि किसानों का कर्ज माफ कर दो। लेकिन हर किसान कर्ज नहीं लेता है। अगर उनकी मदद करनी है तो खेती के लिए आर्थिक मदद करनी चाहिए, तो केंद्र सरकार ने 6 हजार सलाना किसानों को देने की योनजा बनाई।
हमारा काम न्याय के साथ विकास
सीएम ने कहा कि 13 साल से आपलोगों ने काम करने का मौका दिया, हमारा काम है सेवा करना। हमारा सिद्धांत है न्याय के साथ विकास करना जिसका मतलब है हर इलाके का विकास और हर वर्ग का उत्थान। चाहे वो हिन्दू हो, मुसलमान हो, दलित हो, आदिवासी हो, स्त्री हो या पुरूष। हर क्षेत्र में भी हमने विकास किया जिसमें शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, संपर्क, बाढ़ नियंत्रण जैसे कई क्षेत्र शामिल है।