मेरी इच्छा है कि हम हमेशा काम करते रहें और उस काम का प्रभाव हो-मुख्यमंत्री
बिहार ब्रेकिंग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अधिवेशन भवन में रिमोट के माध्यम से विभिन्न विभागों की योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास एवं कार्यारंभ किया। इसके तहत पथ निर्माण विभाग की कुल दस हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत की 14 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई के पथों के निर्माण एवं रख-रखाव कार्य, भवन निर्माण एवं विज्ञान तथा प्रावैधिकी विभाग के डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम साइंस सिटी, पटना तथा विभिन्न कार्य प्रमंडलों के अंतर्गत 104 योजनाओं (50 शिलान्यास, 54 उद्घाटन), परिवहन विभाग की बिहार से नोएडा, गाजियाबाद के लिए वॉल्वो बसों, बाइक-टैक्सी सेवा, सीएनजी ऑटो सर्विस, निबंधित डाक द्वारा ड्राईविंग लाइसेंस एवं वाहन निबंधन प्रमाण पत्र का संप्रेषण तथा जिला परिवहन कार्यालयों में पॉश मशीन सेवा, सहकारिता विभाग के बिहार राज्य फसल सहायता योजनान्तर्गत खरीफ 2018 के लिए सीधे डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में सहायता राशि का भुगतान शामिल हैं। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अनेक कार्यक्रमों का उद्घाटन, शिलान्यास एवं कार्यारंभ किया गया है, जिसमें पथ निर्माण विभाग की 200 करोड़ रूपये की योजनाओं का उद्घाटन एवं 9800 करोड़ रूपये की योजनाओं का शिलान्यास एवं भवन निर्माण विभाग की 220 करोड़ रूपये की योजनाओं का उद्घाटन एवं 1780 करोड़ रूपये की योजनाओं का शिलान्यास हुआ है यानी कुल बारह हजार करोड़ रूपये की योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास इन दोनों विभागों के माध्यम से हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल सहायता योजना के माध्यम से आज किसानों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से 103 करोड़ रूपये भेजे गए हैं। औपचारिक रूप से आज इस योजना की शुरूआत हुई है। सांकेतिक रूप से यहां कुछ किसानों को भी चेक दिया गया है। इस योजना से मेरा भावनात्मक लगाव है। आज इसकी शुरूआत होने से मुझे खुशी हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य में फसल बीमा योजना लागू थी, जिसका लाभ सही से किसानों को नहीं मिल रहा था। पिछले वर्ष हमलोगों ने फसल सहायता योजना लागू करने का निर्णय लिया था। इस योजना के तहत पिछले सात वर्षों में औसत उपज से बीस प्रतिशत से कम पैदा होने पर प्रति हेक्टेयर 7500 रूपये और बीस प्रतिशत से और कम उपज होने पर 10,000 रूपये प्रति हेक्टेयर की राशि दी जाएगी। इस योजना का लाभ दो हेक्टेयर तक की सीमा तक दी जाएगी। रैयत एवं गैर रैयत किसानों को इसका लाभ मिल रहा है। जो आंकड़े आए हैं, उसमें रैयत किसानों से ज्यादा गैर रैयत किसान हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष सूखे की स्थिति के कारण चौबीस जिलों के 280 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित कर कृषि इनपुट सब्सिडी का लाभ दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के खाते में राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की मदद से कुछ हद तक जरूर राहत मिलेगी। अगर उनकी पैदावार अच्छी होती तो उनकी आमदनी में वृद्धि होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ के चलते इसका दुष्प्रभाव पृथ्वी पर पड़ रहा है। बिहार में जहां वर्षा बारह सौ से पंद्रह सौ मिलीमीटर हुआ करती थी, अब आठ सौ से नौ सौ मिलीमीटर औसत वर्षा हो रही है। अभी सूखे की स्थिति के कारण चापाकल लगाये जा रहे हैं, चापाकलों की मरम्मत की जा रही है। विभिन्न इलाकों में तालाबों को दुरूस्त किया जा रहा है ताकि जानवरों को पानी पीने में कठिनाई न हो। वर्षा की कमी के चलते नए क्राप सायकिल पर काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पथ निर्माण विभाग के मंत्री एवं प्रधान सचिव ने विस्तारपूर्वक अपनी योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया है। सड़कों के निर्माण के साथ-साथ बेहतर रख-रखाव पर हमारा ध्यान है। ओपीआरएमसी फेज टू योजना के तहत एक ही कंपनी को सात वर्ष तक मेंटनेंस की जवाबदेही दी जाएगी। इस योजना के लिए 6000 करोड़ रूपये के आवंटन की स्वीकृति दे दी गयी है। पथ निर्माण विभाग इसकी मॉनिटरिंग तो करेगा ही। साथ ही इसको लोक शिकायत निवारण अधिकार कानून के दायरे में लाया जाए। उन्होंने कहा कि हाल ही में ग्रामीण कार्य विभाग ने सड़कों के निर्माण एवं रख-रखाव के लिए ओपीआरएमसी की तर्ज पर जो योजना लांच की है, वह लोक शिकायत अधिकार कानून के दायरे में लाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग की सड़कें अगर पथ निर्माण विभाग लेता है तो पहले उसे अपने स्तर से ठीक करा ले और फिर इसे ओपीआरएमसी के तहत शामिल कर लें। लोक शिकायत निवारण कानून के दायरे में आने से पारदर्शिता आएगी। आर ब्लॉक से दीघा पथ फ़ोर लेन का शिलान्यास, पटना से मसौढ़ी तक फ़ोर लेन का शिलान्यास आज किया गया है, इससे भविष्य में आवागमन में काफी सुविधा होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम के नाम पर यहां साइंस सिटी का कार्यारंभ हुआ है। पिछले आठ वर्षों से हम इसके लिए प्रयासरत थे। कलाम साहब के जीवित रहते ही उनसे भी इस संबंध में चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि यह देश के एवं देश के बाहर की जो साइंस सिटी है, उसके अनुरूप बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि कोलकाता स्थित साइंस सेंटर से भी यह बेहतर बनेगा। साइंस सिटी के निर्माण से नई पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। अभी जो कृष्ण विज्ञान केंद्र है, वहां भी विद्यार्थी जागरूकतावश बड़ी संख्या में जाते हैं और नई जानकारी हासिल करते हैं। कुछ दिन पहले हम भी अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ पर्यावरण संबंधी एक वृत्तचित्र देखने गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग अब पहले से तरीके से काम कर रहा है। तीन सौ से ज्यादा बसों की शुरूआत प्रकाश पर्व के दौरान की गयी थी। उन्होंने कहा कि यहां से नेपाल तक बसों का संचालन हो रहा है। आज से ही गाजियाबाद एवं नोएडा तक बसों का संचालन शुरू हुआ है। हमलोगों की इच्छा है कि इसे दिल्ली तक विस्तार किया जाए, इसके लिए दिल्ली सरकार से बात की जाएगी। दिल्ली में काफी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं, जिन्हें इस सुविधा की जरूरत है। परिवहन विभाग की काफी जमीन जो इधर-उधर थी, वो विभाग के अधीन आ गयी है। पर्यटन के लिए इस जमीन का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज कल डीजल किरासन तेल मिश्रित वाहन चल रहे हैं, जिससे पर्यावरण पर बुरा असर पड़ रहा है। इसकी सख्त मॉनिटरिंग जरूरी है। अब घर-घर बिजली पहुंचने से किरासन की उपयोगिता खत्म हो गयी है। ढिबरी एवं लालटेन की जरूरत भी खत्म हो गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि आज कई विभागों की योजनाओं की शुरूआत हुई है। सभी मिल-जुल करे ऐसे ही काम करते रहें। मुख्यमंत्री ने अपने जन्मदिन की बधाई देने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया। साथ ही ये भी कहा कि मेरी इच्छा है कि हम हमेशा काम करते रहें और उस काम का प्रभाव हो और काम करते-करते ही इस दुनिया से चले जाएं। लोग आपस में प्रेम भाईचारे के साथ रहें, जिससे उन्हें विकास का सही लाभ मिले। मुख्यमंत्री का स्वागत पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने पुस्तक एवं स्मृति चिह्न भेंटकर किया। तख्त हरमंदिर साहब गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से मुख्यमंत्री को पुष्प-गुच्छ भेंट किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत के पूर्व मुख्यमंत्री ने वॉल्वो बसों, मोबाइल टैक्सी, सीएनजी ऑटो सर्विस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पथ निर्माण विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। मुख्यमंत्री के समक्ष डाक विभाग के निदेशक मनोज कुमार एवं परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल के बीच एमओयू का हस्तांतरण किया गया। बीएसआरडीसीएल के द्वारा मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दस करोड़ रूपये का चेक पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने सौंपा। फसल सहायता योजना के लाभुकों को मुख्यमंत्री ने सांकेतिक चेक प्रदान किया। आर ब्लॉक दीघा फोर लेन पथ, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी पर आधारित लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री जयकुमार सिंह, भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी, परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला, सहकारिता मंत्री राणा रंधीर सिंह, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव सहकारिता विभाग अतुल प्रसाद, प्रधान सचिव भवन निर्माण सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, प्रधान सचिव, पथ निर्माण विभाग अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग हरजोत कौर, सचिव परिवहन विभाग संजय कुमार अग्रवाल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक नरेंद्र नारायण यादव, बिहार राज्य सहकारिता बैंक के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे, तख्त हरमंदिर साहब के मुख्य जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह समेत अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे । कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार पूरी सख्ती और मजबूती से काम कर रही है। जिस तरह से आतंकवाद के खिलाफ हमारी सेना और एयरफोर्स ने काम किया है, वो काबिल-ए-तारीफ है। जिस तरह से हमारे एयरफोर्स के अधिकारी को छोड़ा गया है, यह भारत की जीत है। आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया के जन समथ र्न का यह परिचायक है। पूरी दुनिया में इससे यह संदेश गया है कि आतंकवाद को खत्म करना है।