![](https://www.biharbreaking.com/wp-content/uploads/2019/03/20190301_145358.jpg)
– शिवहर की सांसद रमा देवी के कार्यकाल में शिवहर की स्थिति क्या है? इसको लेकर क्षेत्रवासियों की अलग-अलग राय है। हमारी टीम ने जब ग्राउंड ज़ीरो पर जा कर रमा देवी के कार्यों की पड़ताल की तो बेहद चौकाने वाले रिपोर्ट प्रत्यक्ष हुए। क्षेत्र के आमजन रमा देवी के कार्य से बेहद असंतुष्ट व असहमत दिखे।
![](https://www.biharbreaking.com/wp-content/uploads/2022/06/IMG-20230412-WA0009.jpg)
शिवहर/पटना 【विशेष रिपोर्ट】 : लोकसभा चुनाव बिल्कुल करीब है, यूँ बोले तो अब सर पर है। गांव के नुक्कड़, चाय की दुकान व चौक चौराहों पर चुनाव की सरगर्मी बेहद तेज है। इन जगहों पर हो रही चर्चा में रमा देवी क्षेत्र की नकारा व असंवेदनशील तथा विकासहीनता की प्रतिमूर्ति हैं। न तो इलाके का विकास और न हीं क्षेत्रवासियों के जीवन यापन में कोई बदलाव हुई। कुल मिलाकर रमा देवी हालात बेहद खस्ता है। रमा देवी के त्रुटिपूर्ण रवैये के कारण उनसे जुड़े परसेंटेज लोग अब उनके साथ पार्टी से भी मुहं मोड़ चुके हैं। यह जानकारी के बाद हमारी टीम जब शिवहर पहुँची तो रिपोर्ट और भी ज्यादा चौकाने वाले थे। अधिकांश लोग रमा देवी से असहमत व असंतुष्ट दिखे।
– असहमति का कारण
विकास व अन्य योजनाओं का ध्वस्त होना तथा क्षेत्र के आमजनों के बीच समय नहीं देना रमा देवी के प्रति लोगों के असहमति का प्रमुख कारण है। रमा देवी के 5 वर्षों का कार्यकाल लगभग पूरा होने को है, वावजूद इसके क्षेत्र अबतक विकास कार्य से अछूता है। जिससे लोगों में आक्रोश का माहौल वयाप्त है।
– गोद लिए गांवों का भी बुरा है हाल
सांसद रमा देवी के द्वारा गोद लिए गांव धनकौल की स्थिति भी बेहद खराब है। यहाँ बसर करने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित व असंतुष्ट है। लोग खुले में शौच करने जाना आम है। स्थानीय लोगों में का कहना है कि विद्यालय, रोड, पेयजल, प्लेग्राउंड की समुचित व्यवस्था अबतक नहीं हो पाई है।
– विकास कार्यों में कमीशन का भारी फेरा
रमा देवी के संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों की भी हालात जर्जर है। इसका मुख्य कारण ठेकेदारों से कमीशन के रूप में मोटी रकम की उगाही बताई जा रही है। ज्यादा कमीशन देने वाले ठेकेदार कार्य एस्टीमेट को ताख पर रखकर किये। जिससे उनकी हालत समय से पहले ही खस्ता होती जा रही है। सड़को का बुरा हाल है। महज दो-तीन सालों में सड़क खंडहर में तब्दील हो चुका है।उक्त कथन स्थानीय आम लोगों का है।
– क्या होगा रमा देवी को दुबारा टिकट मिलने पर
पड़ताल के दौरान क्षेत्र में पार्टी से मुहं मोड़ चुके कई लोगों ने बताया कि ऐसे सांसद जिनके कार्यकाल में सम्पूर्ण शिवहर क्षेत्र विकास से अछूता रहा। नैतिकता के आधार पर ऐसे प्रत्याशी को तो लोकतंत्र के महापर्व चुनाव हीं नहीं लड़ना चाहिए। पार्टी के शीर्ष नेतृत्वकर्ता यदि फिर से रमा देवी को टिकट देते हैं तो इस बार करारी हार तय माना जायेगा। इनके जगह पर किसी भी स्वच्छ छवि के लोगों को पार्टी टिकट देती है तो उनका स्वागत है, उनकी जीत भी सुनिश्चित है।
– अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए रमा देवी के टिकट में राधामोहन की अहम भूमिका
चर्चा के अनुसार मोतिहारी सांसद सह केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए रमा देवी को शिवहर से टिकट दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं। इससे श्री सिंह को मोतिहारी में वैश्य समाज का सहानुभूति प्राप्त होता है। तथा रमा देवी कहीं श्री सिंह के विरुद्ध मोतिहारी से चुनाव लड़कर जीत पर ग्रहण न लगा दे । श्री सिंह के दिल में यह बात पिछले चुनाव से ही घर कर गई है।
– भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को विचार करने की घड़ी
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को इस तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। क्यों इनके कार्यकाल में क्षेत्र में विकास की पहिया रुक सी गई? क्यों इनको वोट देकर सांसद बनने वाला इतना बड़ा जन समूह इनसे कट कर असंतोष व असहमत हो गया? क्यों सड़को के हालात में परिवर्तन नहीं हो सके? इन सभी सवालों पर पार्टी को गम्भीरता पूर्वक विचार करने की आवश्यकता है।
(रिपोर्टिंग के बाद यह लेखक के निजी विचार है )