बिहार डेस्कः मुजफ्फरपुर मामले पर बिहार की सियासत गर्म है। विपक्ष के लगातार हमले झेल रही सरकार बैकफुट पर है। कल समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया। इन सबके बीच बिहार की सियासी गर्माहट और बढ़ गयी है। इस्तीफे के बाद मंजू वर्मा ने बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया है कि किसी रसूखदार को बचाने के लिए तेजस्वी ने उनके पति को निशाने पर लिया। मंजू वर्मा ने इस्तीफा सौंपने के कुछ देर बाद स्पष्ट किया कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा मुख्यमंत्री के कहने पर नहीं, इसको लेकर बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव तथा मीडिया द्वारा ‘हायतौबा’ मचाने पर दिया है.मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मंजू वर्मा ने नीतीश कुमार से मुलाकात की और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. मुजफ्फरपुर जिले की एक स्थानीय अदालत में पेशी के दौरान बुधवार को आरोपी ब्रजेश ठाकुर से जब संवाददाताओं ने गत जनवरी से जून महीने की उसकी कॉल डिटेल्स रिपोर्ट (सीडीआर) में समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रेश्वर वर्मा से 17 बार फोन पर बातचीत के बारे में पूछा, तो ब्रजेश ने उनसे किसी कार्य के बारे में बात होने से इन्कार करते हुए स्वीकार किया कि उनसे राजनीतिक मुद्दों बात हुई है.विपक्षी दलों ने मांग की थी कि मंजू वर्मा इस मामले में नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें और उनके पति को गिरफ्तार करके उनसे इस मामले में पूछताछ की जाये. मंजू वर्मा ने गत 26 जुलाई को अपने पति की इसमें संलिप्तता से इन्कार किया था और उन पर लगाये जा रहे आरोप को आधारहीन बताते हुए कहा था कि आरोप सिद्ध होने पर वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगी.