बिहार डेस्कः लिट्रा वैली स्कूल के प्रांगण में ‘स्पिक मैके’ की ओर से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मोहन वीणा-वादक, ग्रैमी अवार्ड विजेता पद्यभूषण पंडित विश्वमोहन भट्ट एवं पंडित शिवकुमार मिश्रा को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। ‘‘स्पिक मैके’’ एक गैर-सरकारी संस्था है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति को जीवंत रखना एवं युवा-वर्ग को अपनी सांस्कृतिक विरासतों के महत्व से अवगत कराना है। नई पीढ़ी अपनी कला और संस्कृति को पहचाने ताकि उसे एक आशावादी और गौरवपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा मिले। अतः स्पीक मैके विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शास्त्रीय नृत्य, गायन, काव्य-पाठ, नाट्य कला एवं परंपरागत चित्रकला आदि का आयोजन करता रहता है। कार्यक्रम में पंडित विश्वमोहन भट्ट ने ‘‘मोहन-वीणा’’ का कर्णप्रिय प्रस्तुतीकरण किया और तबले पर उनका संगत दिया पंडित रामकुमार मिश्रा ने।पंडित रामकुमार मिश्रा बनारस घराने से हैं तथा इन्हें तालमणि अवार्ड, लय भास्कर एवं तबला शिरोमणि आदि कई अवार्डों से सम्मानित किया जा चुका है। ललिता (निफ्ट हैदराबाद) जो पंडित जी की मोहन वीणा से इतनी प्रभावित हैं कि उन्होंने अपनी पुत्री का नाम ‘मोहन वीणा’ रखा। उनकी सुपुत्री के चित्र पर पंडित विश्वमोहन भट्ट ने अपना ऑटोग्राफ दिया। विद्यालय के कला शिक्षक लक्ष्मण शुक्ला द्वारा स्केच किया हुआ पंडित विश्वमोहन भट्ट का छायाचित्र उन्हें ससम्मान भेंट किया गया जिसने पंडित जी को भाव-विभोर कर दिया। राग नट भैरव में अलाप, मसीतखानी, गत मध्य लय एवं द्रुत गत प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात राग देश में ‘वंदे मातरम्’’ की प्रस्तुति हुई। पंडित विश्वमोहन की मोहन वीणा और पंडित राजकुमार मिश्रा की जुगलबंदी ने ऐसा समां बांधा कि श्रोता मंत्र मुग्ध रह गये। सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।इस मौके पर स्कूल के प्रिंसिपल शरत सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।