बिहार डेस्कः हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) की महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनामिका पासवान के नेतृत्व में बिहार के मुखिया नीतीश कुमार का ‘हम’ महिला मोर्चा द्वारा अर्थी यात्रा निकाल मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह सुधार की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। महिला मोर्चा की अध्यक्ष अनामिका पासवान ने बताया बताया कि मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह की घटना के बाद भी नीतीश कुमार और मंजू वर्मा ने अपने अपने पदों से इस्तीफा नहीं दिया। नीतीश कुमार जी की सरकार ना ही महिलाओं और बच्चियों की इज्जत की रक्षा कर पा रही है। इसीलिए हम सेकुलर की ओर से हम महिला मोर्चा ने नीतीश कुमार जी की अर्थी यात्रा निकाली है।क्योंकि वह बिहार की महिलाओं के लिए मर चुके हैं। जितने भी बलात्कार की घटनाएं घट रही है बिहार में उसका कन्विक्शन रेट देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह अपराधियों को शह दी जा रही है और घटनाओं की लीपापोती की जाती है। अनामिका पासवान ने आरोप लगाया है कि मंजू वर्मा इसलिए भी इस्तीफा नहीं दे रही हैं क्योंकि मंत्री पद पर रहते हुए वह सबूतों को मिटाने का कार्य कर रही है एक तरफ सीबीआई सबूतों को इकट्ठा कर रही है तो दूसरी ओर मंजू वर्मा अपने मंत्री पद का इस्तेमाल करते हुए साक्ष्य को मिटाने का काम कर रही हैं एफआईआर होने से पूर्व में भी बिहार पुलिस के कई पदाधिकारी मुजफ्फरपुर बालिका गृह सुधार केंद्र में गए थे और सबूतों को मिटाने का काम किया है इसलिए उन्हें मंत्री पद पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बनाए रखने का कोई औचित्य नहीं बनता। इसलिए इस घटना की गंभीरता को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मंजू वर्मा को इस्तीफा नहीं लिए जाने पर हम महिला मोर्चा नीतीश कुमार और मंजू वर्मा दोनों से इस्तीफे की मांग करती है। उन्होंने कहा कि एक तरफ बृजेश ठाकुर और चंदेश्वर वर्मा ने घटना को अंजाम दिया है द्यबृजेश ठाकुर से मंजू वर्मा के नजदीकी संबंध होने की वजह से और चंदेश्वर वर्मा जो मंजू वर्मा के पति हैं उनके उन्हें उन दो इन दोनों के बचाव के लिए मंजू वर्मा पूरा प्रयासरत है और सबूतों को मिटाने और बिहार में कई ऐसे एनजीओ चल रहे हैं। जिन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है। उनकी भी जांच होनी चाहिए। जैसे की श्री संजय झा के पीए की पत्नी प्रीति प्रज्ञा के द्वारा भी एनजीओ चलाया जा रहा है। उसकी भी जांच होनी चाहिए और कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। वहां भी सीबीआई की नजर पहुंचनी चाहिए और मुझे लगता है कि जिस प्रकार बिहार में इस तरह की घटना घटित हुई है, तो नीतीश कुमार जी को तो इस्तीफा देना ही चाहिए किसी भी कीमत पर जब तक मंजू वर्मा इस्तीफा नहीं देती है। तब तक हम पार्टी महिला मोर्चा रोड पर उतरती रहेंगी और इस्तीफे की मांग करती रहेगी जब तक कि मंजू वर्मा का इस्तीफा नहीं होता।इस अर्थी जुलूस में राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती ज्योति सिंह, रौशन देवी, रीता मांझी, रंजना यादव, वीना देवी आदि सैकड़ों महिलाएं उपस्थित थी।