
मेलबर्न : भारत ने ऑस्ट्रेलिया को तीसरे वनडे में 7 विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है। यह पहला मौका है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीती हो। भारत के लिए धोनी ने शानदार हाफ सेंचुरी लगाई।भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज मेलबर्न के ऐतिहासिक एमसीजी ग्राउंड पर तीन मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी व निर्णायक मैच था। 70 साल में यह पहला मौका है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में एक ही दौरे पर दो सीरीज (टेस्ट और वनडे) अपने नाम की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने तीन मैचों की टी-20 सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म की। उसके बाद टेस्ट सीरीज में 2-1 से ऐतिहासिक जीत दर्ज की और अब वनडे इंटरनेशनल सीरीज भी भारत 2-1 से जीतने में कामयाब रहा। महेंद्र सिंह धोनी की सीरीज में लगातार तीसरी हाफ सेंचुरी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को मेलबर्न वनडे में 7 विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है।इस निर्णायक मैच में ऑस्ट्रेलिया को बल्लेबाजी का न्यौता दिया। युजवेंद्र चहल के छह विकेटों की बदौलत भारत ने मेजबान टीम को 48.4 ओवर में 230 पर ऑल आउट कर दिया। जवाब में टीम इंडिया ने 49.2 ओवर में 231 रन बनाकर मैच और सीरीजअपने नाम की। मेलबर्न में खेले गए तीसरी वनडे में भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। मेहमान टीम को पहला झटका रोहित शर्मा के रूप में 15 के कुल स्कोर पर लगा। रोहित 17 गेंदों में 9 रन बनाकर पीटल सिडल का शिकार बन गए। इसके बाद शिखर धवन (23) और विराट कोहली ने पारी को आगे बढ़ाया। दोनों टीम को 50 रन के पार ले गए। लेकिन संभलाकर बल्लेबाजी कर रहे धवन 17वें में मार्कस स्टोइनिस की गेंद पर कॉट एंड बोल्ड हो गए। रोहित शर्मा के सस्ते में पवेलियन लौटने के बाद संभलकर बल्लेबाजी कर रहे सलामी बल्लेबाज शिखर धवन एक बार फिर बड़ी पारी खेलने से चूक गए। दूसरे वनडे में 32 रन बनाने वाले धवन तीसरे वनडे में 46 गेंदों 23 रन बनाकर अपना विकेट गंवा बैठे। उन्हें 17वें ओवर की दूसरी गेंद पर मार्कस स्टोइनिस ने कॉट एंड बोल्ड आउट किया। वह स्टोइनिस की गेंद को पिच पर पड़ने के बाद समझ नहीं पाए और गलत शॉट खेलकर उन्हें ही कैच थमा दिया। धवन का विकेट 59 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए विराट कोहली के साथ मिलकर 44 रनों की पार्टनरिशप की। कोहली का साथ देने महेंद्र सिंह धोनी उतरे। कोहली और धोनी ने तीसरे विकेट के लिए 54 रनों की साझेदारी की लेकिन ये दोनों बल्लेबाज भी रनगति को रफ्तार नहीं दे पाए। दोनों ने ये रन जोड़ने के लिए 13.4 ओवर बल्लेबाजी की। युजवेंद्र चहल की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को जल्द समेटने में कामयाब रही। चहल ने 10 ओवरों में 42 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए। चहल के अलावा भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी ने दो-दो विकेट चटकाए। पहली बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब रही और उसके सलामी बल्लेबाज एलेक्स केरी (5) और एरोन फिंच (14) जल्द पवेलियन लौट गए। इसके बाद उस्मान ख्वाजा (34) और शॉन मार्श (39) ने 73 रन की साझेदारी कर टीम को 100 के कुल स्कोर तक पहुंचाया। लेकिन दोनों की साझेदारी इससे आगे नहीं बढ़ सकी और मार्श टीम के इसी कुल स्कोर पर अपना विकेट गंवा बैठे।
