सेंट्रल डेस्कः बिहार में नियोजित शिक्षकों के समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सूबे के तकरीबन 3 लाख 70 हजार शिक्षकों को इस फैसले का बेसब्री से इंतजार है। इस मामले में पटना हाईकोर्ट ने 31 अक्टूबर 2017 को नियोजित शिक्षकों के पक्ष में फैसला सुनाया था। बाद में राज्य सरकार ने 15 दिसम्बर 2017 को सुप्रीम कोर्ट में हाईकोई के फैसले को चुनौती दी थी। बिहार परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के महासचिव आनंद मिश्रा ने ‘देश प्रदेश मीडिया’ से फोन पर बातचीत में बताया कि पूरे मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमएम स्प्रे एवं जस्टिस यू यू ललित की खडंपीठ कर रही है। बिहार सरकार के वकील 20 अगस्त का समय चाहते थे लेकिन कोर्ट ने कहा कि आज हीं सुनवाई होगी। आनंद ने बताया कि सलमान खुर्शीद, अभिषेक मनु सिंघवी, राजीव धवन और कपिल सिब्बल सरीखे वकील बिहार के नियोजित शिक्षकों का केस लड़ रहे हैं और हमें पूरी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट से हमे न्याय मिलेगा। पटना हाईकोर्ट के फैसले को मानक बिन्दू मानते हुए सुप्रीम कोर्ट हमें न्याय देगी। आनंद मिश्रा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अगले एक घंटे में सुनवाई पूरी हो जाएगी और कोर्ट फैसले को सुरक्षित रख सकती है। बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए आनंद मिश्रा ने कहा कि बिहार सरकार इस पूरे मामले में अपनी फजीहत करवा रही है।